दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान हुई हिंसा के बाद मुंगेर में स्थिति अभी भी तनावपूर्ण है। चुनाव से ठीक एक दिन पहले हुए हिंसा का असर वोटिंग पर भी पड़ा। हिंसा की वजह से मुंगेर के कई इलाकों में मतदान का बहिष्कार किया गया तो कई इलाकों में केवल 20-25 मत ही पड़े। जिसकी वजह से पिछले चुनाव की तुलना में मुंगेर का वोटिंग प्रतिशत भी कम रहा।
बाजारों में नहीं दिखीं रौनक
मुंगेर में हुए हिंसा और युवक की मौत के बाद लोगों में आक्रोश साफ तौर पर देखा जा सकता है। वहीं चैंबर ऑफ कामर्स के द्वारा मुंगेर में अनिश्चितकालीन बंद के ऐलान के बाद मुंगेर में बाजार की रौनक पूरी तरह खत्म हो गई है। इस बंद का समर्थन मुंगेर के हर वर्गों के लोगों ने किया है।
आरोपियों पर कार्यवाही की मांग
मुंगेर में हुए गोलीकांड के बाद मुंगेर की जनता लगातार मुंगेर की एसपी लिपी सिंह पर आरोप लगा रहे हैं कि उनके आदेश पर ही पुलिस के द्वारा गोली चलाई गई। जिसके कारण मुंगेर की जनता दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे है। तथा जगह जगह अनुराग पोद्दार की याद में श्रृद्धांजलि सभा का आयोजन कर रही है।